वेबसाइट को होस्ट करने के लिए होस्टिंग क्यों जरूरी है ?यह कितने प्रकार की होती है ? और यह काम कैसे करती है। होस्टिंग से जुड़ी सारी जानकारी यहाँ मिलेगी
वेब होस्टिंग क्या है ?
यह एक तरह सर्वर होता है जिसमे हमारी वेबसाइट का सारा डाटा स्टोर होता है जैसे – टेक्स्ट कंटेंट, इमेज, विडिओ आदि। क्युकी वेब साइट का टोटल डाटा इसमें होस्ट होता है इसलिए इसे वेब होस्टिंग कहते है।
वेब होस्टिंग किसके लिए है ?
यह उन लोगों के लिए है जो कोई वेबसाइट या ब्लॉग चलाते हैं। वेबसाइट और ब्लॉग डाटा अपलोड करने लिए के लिए स्टोरेज होनी चाहिए। वही पर वेब होस्टिंग काम आती है। जिस पर सारा डाटा अपलोड होता है।
वेब होस्टिंग 24 घंटे चलती रहती है हम जब मर्जी इंटरनेट से उस वेबसाइट और ब्लॉग के डाटा को एक्सेस कर सकते है। उदाहरण के लिए मैं एक ब्लॉग शुरू करना चाहता हूं और मुझे उस ब्लॉग पर एक वीडियो अपलोड करनी है
वीडियो का साइज 500 MB है। अब वह कहाँ स्टोर होगा ? उसे स्टोर करने के लिए आपको एक सर्वर चाहिए जिसे होस्टिंग कहते है। आप अपने हिसाब से स्टोरेज सेलेक्ट कर सकते हैं। यह आपके काम पर निर्भर करता है कि आपको कितनी स्टोरेज की आवश्यकता है और कितनी नहीं।
वेब होस्टिंग काम कैसे करती है ?
आपने वेबसाइट पर सारा डाटा अपलोड तो कर दिया। अब हम उस डाटा को एक्सेस कैसे करेंगे। यहाँ पर डोमेन नाम आता है जो वेबसाइट का नाम होता है। जैसे हमारा डोमेन नाम है “Hindiblogger” Domain Name एक एड्रेस होता है उस डाटा तक पहुँचने का।
उदाहरण के लिए – आपको किसी दुकान पर मोबाइल खरीदने जाना है यदि आपको उस दुकान का एड्रेस नहीं पता तो आप कैसे जांयेंगे ? ऐसे ही होस्टिंग में है जैसे ही कोई सर्च इंजन में एड्रेस (यानि डोमेन नाम) डालता है वह आसानी से उस वेबसाइट डाटा तक पहुँच जाता है जो होस्टिंग में स्टोर है।
होस्टिंग में जो कुछ भी स्टोर होता है वह सारा डोमेन एड्रेस में भेज देता है जिससे कोई भी उसे देख सकता है।
वेब होस्टिंग से जुड़ी अहम बात :
आपकी होस्टिंग में कुछ प्राइवेट प्रोजेक्ट्स भो हो सकते है जो शायद आप चाहते हो की कोई उसे ना देखे। हालाँकि यदि आप गूगल से कुछ छुपाते है तो उन्हें लगता है की आप कोई scam कर रहे है
जिससे आपकी वेबसाइट पर कोई पेनेल्टी लग सकती है। इसके लिए कुछ फाइल का इस्तेमाल करना होता है जिससे आप गूगल में उसे हाईड कर सकते है।
वेब होस्टिंग कितने प्रकार की होती है ?
#1. Shared Hosting
जो नए वेबसाइट के ओनर है या कोई ब्लॉग शुरू करना चाहते हैं उनके लिए यह होस्टिंग काफी सही हो सकती है। क्युकी कुछ लोग सीखने के लिए शुरू करते हैं। और वैसे भी शुरू में उनके पास इतना ज्यादा ट्रैफिक नहीं होता।
उनके लिए शेयर्ड होस्टिंग काफी सही है।
#2. Virtual Private Server (VPS) Hosting
यह होस्टिंग डेडीकेटेड सर्वर जैसे ही होती है। इसको हम इस तरह समझ सकते हैं कि एक बिल्डिंग में हमारा एक प्राइवेट फ्लैट होता है जिसकी अपनी कुछ प्राइवेसी होती है। ठीक सर्वर में भी ऐसा ही है।
सर्वर एक छोटा पार्ट आपको दे दिया जाता है। जो आपका एक प्राइवेट सर्वर बन जाता है।
#3. Dedicated Server Hosting
यह उन लोगों को लेना चाहिए जिनकी वेबसाइट पर बहुत ज्यादा ट्रैफिक है। इसमें आपको एक पूरा सर्वर दे दिया जाता है। जिसमे केवल आपकी ही वेबसाइट होस्ट होती है और किसी की नहीं।
आप अपने हिसाब से इसमें सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को अपडेट कर सकते हैं इसके लिए आपको कुछ पैसे देने पड़ते हैं और सर्वर कंपनी उन्हें अपडेट कर देती है। इस सर्वर पर आपका पूरा कंट्रोल होता है और बहुत ही सिक्योर होती है।
#4. WordPress Hosting
यह वर्डप्रेस होस्टिंग उन लोगों के लिए है जो वेबसाइट को वर्डप्रेस पर रन करना चाहते है। इसमें आपको सभी फैसिलिटी मिल जाती है। इसमें आपको पहले से फ्री Themes भी मिलती है।
वर्डप्रेस में आप अपने हिसाब से प्लगइन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें आपको कोडिंग की कोई आवश्यकता नहीं होती। सिंपल आप ड्रैग और ड्राप का फीचर का इस्तेमाल करके वेबसाइट सेटअप कर सकते है।
#5.Cloud Hosting
क्लाउड होस्टिंग में पूरा एक सर्वर का डब्बा आपका होता है। यह होस्टिंग के लिए सबसे टॉप पर है। यह उनके लिए है जो 1% भी नहीं चाहते है की उनकी वेबसाइट का सर्वर डाउन हो।
क्युकी भी तक हमने जितने भी सर्वर देखे उसकी गारंटी सिर्फ एक कंपनी लेती है। वही क्लाउड होस्टिंग की बात करे तो यह दूसरे सर्वर के साथ जुड़ी होती है जिससे यदि कभी उनका अपना सर्वर में कोई दिक्कत आती है
तो दूसरे सर्वर से आपकी वेबसाइट को रन करवा सके। यही इसमें खास है।
वेब होस्टिंग में क्या Feature मिलते है ?
#1. BandWidth – यह वेबसाइट के बीच में ट्रांसफर होने वाले डाटा की मात्रा होती है जिसे BandWidth कहते है। जितनी ज्यादा मात्रा होगी वेबसाइट उतनी ही फ़ास्ट लोड होगी।
#2. Uptime – हर वेबसाइट के मालिक चाहते है की उनकी वेबसाइट 24 घंटे ऑनलाइन रहे, इसी को uptime कहते है।
#3. Backup – यह एक जरूरी चीज़ है। यदि गलती से वेबसाइट का डाटा डिलीट हो जाता है तो उसे रिकवर किया जा सकता है उसे बैकअप करना कहते है।
#4. Customer Support – यह आपको मदद करते है जब आपको सर्वर में कोई दिक्कत आती है लेकिन आपको कुछ समझ नहीं आता। आप डायरेक्ट फ़ोन करके अपनी समस्या का हल कर सकते है।
वेब होस्टिंग कहाँ से खरीदे ?
आज वेब होस्टिंग खरीदने के लिए बहुत सारी कंपनी है कुछ वेबसाइट तो कॉम्बो ऑफर देती है जिससे यदि आप कोई होस्टिंग लेते है तो आपको एक डोमेन भी मिलता है।
यहाँ पर है टॉप 10 वेबसाइट जहाँ से आप होस्टिंग खरीद सकते है
#1. A2 Hosting
#2. Bluehost
#3. Hostinger
#4. Go Daddy
#5. Bigrock
#6. Hostgator
#7. Go4hosting
#8. Dreamhost
#9. Inmotion Hosting
#10. GreenGeeks
आखरी शब्द
होस्टिंग एक मेमोरी कार्ड की तरह है जिसमे डाटा स्टोर होता है और क्युकी यह ऑनलाइन स्टोर होता है इसलिए इसको वेब होस्टिंग कहते है। इन सर्वर का उदेश्य आपके डाटा को सिक्योर रखना और उसे ऑनलाइन दिखाना है।