हेलो दोस्तों, आज मैं उन महान व्यक्तियों के बारे में बात करूंगा जिन्होंने देश में काफी नाम कमाया और उन्हें भारत रत्न द्वारा पुरस्कार मिला। यह “भारत रत्न पुरस्कार” 1954 में शुरू किया। अब तक 48 लोगो को यह पुरस्कार मिल चुका है।
सबसे पहले भारत रत्न 1954 में राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और सी. वी. रमन को दिया गया था।
आगे कुछ और बताने से पहले मैं आपको इसकी एक छोटी परिभाषा दे देता हूँ।
Bharat Ratna Award क्या है ?
“भारत रत्न” भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान उनको दिया जाता है जो राष्ट्रीय सेवा करते है। इसमें खेल कूद ,कला, विज्ञान आदि शामिल है। यह किसी राष्ट्रपति के द्वारा दिए जाने वाला एक पुरस्कार है जो 2 जनवरी 1954 में, उस समय के राष्ट्रपति – राजेंद्र प्रसाद द्वारा शुरू किया गया।
यह भारत रत्न अवॉर्ड किसी विशेष जाति, धर्म, रंग, रूप के लिए विशेष नहीं है, भारत रत्न पुरस्कार किसी भी जाति, धर्म को दिया जा सकता है। भारत न्याय का देश है। भारत किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगा, इसी बात को याद रखते हुए यह पुरस्कार अपनी कला, लोक सेवा, समाजिक सेवा से कोई भी हासिल कर सकता है।
भारत रतन पुरस्कार के बारे में अधिक जानकारी :
पीछे का लेखा-जोखा बताता है कि 1954 मे पहले भारत रत्न पुरस्कार केवल कला और विज्ञान, संस्कृति के साहित्य में ही दिया जाता था, उसके बाद घोषणा की गई यह सब यह सभी साहित्य में शामिल किया जायेगा।
जैसे नाम से पता चलता है कि भारत रत्न अवार्ड केवल भारतीयों के लिए ही है, पर ऐसा नहीं है कुछ विदेशी लोगों को भी इस अवार्ड सम्मानित किया गया।
>> भारत रत्न अवार्ड से सम्मानित होने वाले तीन विदेशी :
1. Mother Teresa (1980 में) Indian citizen
2. Abdul Ghaffar Khan (1987 में) non-Indians
3. Nelson Mandela (1990 में) non-Indians
कुछ अहम तथ्य :
>> ऐसे “भारत रत्न अवॉर्ड” पश्चिम बंगाल के अलीपुर में बनाए जाते हैं।
>> भारत रत्न अवार्ड एक साल में केवल 3 व्यक्ति को ही दिया जाता है।
>> भारत रत्न अवार्ड देने का कोई निशचित समय नहीं रखा गया है।
>> भारत देश भेदभाव को दूर रखते हुए राष्ट्र की सेवा करने वाले को इस अवार्ड से सम्मानित करता है।
>> यह जरूरी नहीं की हर साल भारत रत्न दिया ही जायेगा।
>> प्रधानमंत्री द्वारा भारत रत्न दिए जाने की सिफारिश राष्ट्रपति से की जाती है।
>> सबसे छोटी उम्र में “भारत रत्न” सचिन तेंदुलकर को 40 साल की उम्र में मिला। यह पुरस्कार राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उन्हें भारत रत्न से सम्मनित किया।
भारत रत्न विजेता को सम्मान में क्या – क्या मिलता है :
1. एक “भारत रत्न अवॉर्ड” जो मात्र एक पीपल के पत्ते का बराबर का होता था लेकिन उसका सम्मान उतना ही बड़ा।
2. विजेता को प्रोटोकॉल में – राष्ट्रपति, उपप्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के बाद स्थान मिलता है।
3. गणतंत्र जैसे त्योहारों में इन्हें मेहमान के रूप में बुलाया जाता है।
4. रेलवे और हवाई यात्रा में प्रथम श्रेणी में मुफ्त यात्रा प्रदान की जाती है।
5. विजेता को कैबिनेट मंत्री का भी दर्ज़ा दिया जाता है।
भारत रत्न विजेता को सम्मान में क्या – क्या नहीं मिलता :
1. उन्हें कोई भी “भारत रत्न अवॉर्ड” की राशि नहीं मिलती है। हम कह सकते है की “भारत रत्न अवॉर्ड” की प्राइज मनी शून्य है।
2. समाज में विजेता पर भी वही कानून लागू होते है जो आम आदमी पर होते है।
3. भारत रत्न विजेता को कोई पद नहीं मिलता।
जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ऐसे दो प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने अपने पद पर रहकर उनको भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
भारत रत्न अवार्ड देखने में कैसा है और इसका डिजाइन क्या है ?
अगर हम बाहर बात करें भारत रत्न अवार्ड के डिजाइन की तो यह बहुत बड़ा अवार्ड नहीं है लेकिन उसका सम्मान भारत में बहुत बड़ा है। यह केवल एक पीपल के पत्ते के बराबर है जो तांबे की धातू से बना होता है।
(image भारत रत्न )
इस पत्ते के बीच में छोटा सा सूरज बना होता है और उसके नीचे भारत रत्न लिखा होता है। पीछे की तरफ “अशोक स्तम्भ” का चिन्ह होता है और नीचे सत्यमेव जयते लिखा होता है।
भारत रत्न से जुड़ी कुछ जरूरी बाते :
>> ऐसा प्रावधान में था कि जिन व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है और उनका देश के प्रति बड़ा योगदान था और उन्होंने देश के लिए काफी कुछ किया है उन्हें भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया जायेगा।
लेकिन 1955 को फिर एक सभा में घोषणा की जाती है की ऐसा करना सही नहीं होगा। फिर फैसला किया गया की जिनकी मृत्यु हो चुकी है उन्हें भी “भारत रत्न अवार्ड” से उनके परिवार को सम्मानित किया जाएगा।
>> लाल बहादुर शास्त्री प्रथम व्यक्ति थे जिनको मरणोपरांत, इस रत्न से सम्मानित किये गए।
>> भारत रत्न का जो मैडल है वह पत्ते का एक रूप है जो केवल 35mm का है।
भारत रत्न पुरस्कार विजेता की लिस्ट – 2022
क्रम वर्ष नाम जीवन
1. 1954 – डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन (05 सितंबर, 1888-17 अप्रैल, 1975)
2. 1954 – चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (10 दिसंबर, 1878-25 दिसंबर, 1972)
3. 1954 – डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकटरमण (07 नवंबर, 1888-21 नवंबर, 1970)
4. 1955 – डॉक्टर भगवान दास (12 जनवरी, 1869 -18 सितंबर, 1958)
5. 1955 – सर डॉ॰ मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या (15 सितंबर, 1860-12 अप्रैल, 1962)
6. 1955 – पं. जवाहर लाल नेहरु (14 नवंबर, 1889-27 मई, 1964)
7. 1957 – गोविंद वल्लभ पंत (10 सितंबर, 1887-07 मार्च, 1961)
8. 1958 – डॉ॰ धोंडो केशव कर्वे (18 अप्रैल, 1858-09 नवंबर, 1962)
9. 1961 – डॉ॰ बिधन चंद्र रॉय (01 जुलाई, 1882-01 जुलाई, 1962)
10. 1961 – पुरूषोत्तम दास टंडन (01 अगस्त, 1882-01 जुलाई, 1962)
11. 1962 – डॉ॰ राजेंद्र प्रसाद (03 दिसंबर, 1884-28 फरवरी, 1963)
12. 1963 – डॉ॰ जाकिर हुसैन (08 फरवरी, 1897-03 मई, 1969)
13. 1963 – डॉ॰ पांडुरंग वामन काणे (07 मई 1880-08 मई 1972)
14. 1966 – लाल बहादुर शास्त्री (02 अक्टूबर, 1904-11 जनवरी, 1966),
15. 1971 – इंदिरा गाँधी (19 नवंबर, 1917-31 अक्टूबर, 1984)
16. 1975 – वराहगिरी वेंकट गिरी (10 अगस्त, 1894-23 जून, 1980)
17. 1976 – के. कामराज (15 जुलाई, 1903-1975), मरणोपरांत
18. 1980 – मदर टेरेसा (27 अगस्त, 1910-05 सितंबर, 1997)
19. 1983 – आचार्य विनोबा भावे (11 सितंबर, 1895-15 नवंबर, 1982), मरणोपरांत
20. 1987 – खान अब्दुल गफ्फार खान (06 फरवरी 1890 -20 जनवरी, 1988),पहले गैर-भारतीय
21. 1988 – एम जी आर (17 जनवरी, 1917-24 दिसम्बर, 1987), मृत्यु के बाद
22. 1990 – बाबा साहेब डॉ॰ भीमराव रामजी आंबेडकर (14 अप्रैल, 1891-06 दिसम्बर, 1956), मृत्यु के बाद
23. 1990 – नेल्सन मंडेला (18 जुलाई, 1918-05 दिसम्बर, 2013), दूसरे गैर-भारतीय
24. 1991 – राजीव गांधी (20 अगस्त, 1944-21 मई, 1991), मृत्यु के बाद
25. 1991 – सरदार वल्लभ भाई पटेल (31 अक्टूबर, 1875-15 दिसम्बर, 1950), मृत्यु के बाद
26. 1991 – मोरारजी देसाई (29 फ़रवरी, 1896-10 अप्रैल, 1995)
27. 1992 – मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (11 नवंबर, 1888-22 फरवरी, 1958), मरणोपरांत
28. 1992 – जे आर डी टाटा (29 जुलाई, 1904-29 नवंबर, 1993)
29. 1992 – सत्यजीत रे (02 मई, 1921-23 अप्रैल, 1992)
30. 1997 – अब्दुल कलाम (15 अक्टूबर, 1931-27 जुलाई, 2015)
31. 1997 – गुलजारी लाल नंदा (04 जुलाई, 1898-15 जनवरी, 1998)
32. 1997 – अरुणा असाफ़ अली (16 जुलाई, 1909 -29 जुलाई, 1996), मरणोपरांत
33. 1998 – एम एस सुब्बुलक्ष्मी (16 सितंबर, 1916-11 दिसम्बर, 2004)
34. 1998 – सी सुब्रामनीयम (30 जनवरी, 1910-07 नवंबर, 2000)
३5. 1998 – जयप्रकाश नारायण (11 अक्टूबर, 1902-08 अक्टूबर, 1979), मृत्यु के बाद
36. 1999 – पं. रवि शंकर (07 अप्रैल, 1920-12 दिसम्बर, 2012)
37. 1999 – अमृत्य सेन (03 नवंबर 1933-अब तक)
38. 1999 – गोपीनाथ बोरदोलोई (1890-1950), मरणोपरान्त
39. 2001 – लता मंगेशकर (28 सितंबर, 1929)
40. 2001 – उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ां ((21 मार्च, 1916-21 अगस्त, 2006)
41. 2008 – पं.भीमसेन जोशी (04 फरवरी, 1922 -05 जनवरी, 2011)
42. 2014 – सी॰ एन॰ आर॰ राव (30 जून, 1934-अब तक), 16 नवंबर, 2014 घोषित
43. 2014 – सचिन तेंदुलकर (24 अप्रैल, 1973-अभी तक), 16 नवंबर 2014 घोषित
44. 2015 – अटल बिहारी वाजपेयी (25 दिसंबर, 1924-16 अगस्त 2018), 25 दिसंबर, 2015 को घोषित
45. 2015 – महामना मदन मोहन मालवीय (25 दिसंबर, 1861- 12 नवंबर, 1946, मृत्यु के बाद),
46. 2019 – प्रणब मुखर्जी (11 दिसंबर 1935), 08 अगस्त, 2019 को सम्मानित किया
47. 2019 – भूपेन हजारिका (8 सितंबर, 1926-5 नवंबर, 2011 मृत्यु के बाद),
48. 2019 – नानाजी देशमुख (11 अक्टूबर, 1916 – 27 फरवरी, 2010 मृत्यु के बाद),